Daily Current Affairs for UPSC, IAS, State PCS, SSC, Bank, SBI, Railway, & All Competitive Exams - 03 June 2020
निसर्ग चक्रवात
- चक्रवात से तात्पर्य हवाओं की चक्रीय गति से होता है !
- चक्रवात का विकास किसी स्थान पर निम्न वायुदाब का विकास होने और उस निम्न वायुदाब को भरने के लिए चारों तरफ से केंद्र की ओर हवाओं के चलने के कारण होता है !
- चक्रवात के केंद्र को चक्रवात की आंख कहते हैं, जिसके सहारे हवाएं ऊपर उठती हैं ! हवाओं के चारों तरफ से आकर चक्रवात की दीवार के सहारे ऊपर उठते रहने के कारण केंद्र में हमेशा निम्न वायुदाब बना रहता है और परिधि पर उच्च वायुदाब !
- चक्रवात हवाओं के प्रतिरूप के अनुसार प्राय: गोलाकार, अंडाकार या 'V' आकार का होता है !
- चक्रवात से वायुमंडलीय स्थितियों में अचानक परिवर्तन आ सकता है ! इसलिए इन्हें Atmospheric Disturbance के अंतर्गत शामिल करते हैं !
- 5० से 30० उत्तरी एवं दक्षिणी अक्षांश के मध्य विकसित होने वाले चक्रवातों को उष्णकटिबंधीय चक्रवात (Tropical Cyclone) कहते हैं !
- इनकी उत्पत्ति उस समय होती है जब सागरीय तापमान 27 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा होता है और गर्म आर्द्र (Humid) हवाएं ऊपर उठती हैं !
- इन्हीं पवनों की संघनन की गुप्त ऊष्मा चक्रवात को ऊर्जा देती है ! इसलिए तटीय भागों तक इनका प्रभाव व्यापक होता है एवं स्थलीय भागों में पहुंचने पर ऊर्जा न मिलने के कारण समाप्त हो जाते हैं !
- महाराष्ट्र और गुजरात Covid-19 से सर्वाधिक प्रभावित होने वाले राज्य हैं, और इन्हीं राज्यों में निसर्ग चक्रवात का खतरा बना हुआ है !
- भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने महाराष्ट्र के मुंबई, ठाणे, पालघर और रायगढ़ के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट, जारी किया है! वहीं कुछ क्षेत्र में ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है !
- चक्रवात निसर्ग को IMD ने अवदाब (Depression) के रूप में वर्गीकृत किया है ! हालांकि इसकी गति बढ़ रही है और यह अपना स्वरूप बदल सकता है ! जब यह चक्रवात के रूप में परिवर्तित हो जाएगा तो इसे निसर्ग नाम दिया जाएगा ! अब यह चक्रवात के रूप में परिवर्तित हो चुका है !
- वायु की गति के आधार पर चक्रवातों को न्यून दाब (Low-Pressure- 31km/h से कम ), अवदाब (Depression - 31-49km/h), गहन अवदाब (Deep-Depression 49-61km/h), चक्रवाती तूफान (Cyclonic Storm 61-88km/h), गंभीर चक्रवाती तूफान (Severe Cyclonic Storm 88-177 km/h) और सुपर साइक्लोन (221km/h से अधिक) के रूप में विभाजित किया जाता है !
- वर्तमान समय में अवदाब का केंद्र अरब सागर में मुंबई तट के 630 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में है और यह लगातार उत्तर तथा उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है !
- चेतावनी की कैटेगरी-
क्रम | नाम | |
1. | ग्रीन अलर्ट | यह तब जारी किया जाता है जब संबंधित क्षेत्र को आपदा से कोई खतरा नहीं होता है ! |
2. | येलो अलर्ट | आपदा से प्रभावित होने की संभावना कम होती है इसका उद्देश्य लोगों को सूचित करना होता है ! |
3. | ऑरेंज अलर्ट | जब चक्रवात में वायु की गति 65-75 KM/H और 15-33 मिमी. तक तीव्र बारिश होने की संभावना हो ! |
4. | रेड अलर्ट | हवा की गति 130 किलोमीटर/घंटा से ज्यादा हो और आपदा से भारी क्षति हो सकती है ! |
- शाम 3:00 से 4:00 बजे के बीच मुंबई और रायगढ़ तक पहुंचेगा जहां इसकी गति 100 से 120 किलोमीटर/घंटा होगी !
- यह चक्रवात जिस गति से आगे बढ़ रहा है उससे पता चलता है यह भारी नुकसान पहुंचा सकता है और ऐसा होता है तो यह पिछली एक सदी में होने वाली ऐसी पहली घटना होगी !
- समुद्रों में इसके कारण 6 फीट ऊंची लहरें उठ सकती हैं और भूस्खलन की भी घटना हो सकती है !
- पूर्वी एवं पश्चिमी तटों पर चक्रवात -
- बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों ही एक ही अक्षांश पर स्थित है बावजूद इसके बंगाल की खाड़ी में चक्रवात ज्यादा और अरब सागर में चक्रवात कम आते हैं !
- यही कारण है कि उड़ीसा को भारत के तूफानों का अकेले 48 फ़ीसदी झेलना पड़ता है ! आंध्र प्रदेश और बंगाल व तमिलनाडु अन्य प्रमुख राज्य भी चक्रवात से सर्वाधिक प्रभावित होते हैं !
- पश्चिमी तटों पर पूर्वी तट की तुलना में 8 गुना कम चक्रवात आते हैं 1891 से 2000 के बीच भारत के पूर्वी तट पर 308 तूफान आए और इसी दौरान पश्चिमी तट पर मात्र 48 तूफान आए !
- चक्रवात की उत्पत्ति के लिए गर्म सागरीय जल और हवा प्रमुख कारक माने जाते हैं ! बंगाल की खाड़ी का तापमान और हवाओं की गति पश्चिमी तट की तुलना में ज्यादा होती है !
- पूर्वी तटीय स्थल पश्चिम की तुलना में ज्यादा समतल है !
- पूर्वी क्षेत्रों नदियों का ठंडा जल समुद्र में नहीं मिल पाता है!
- प्रशांत क्षेत्र कीचक्रवातीय हवाएं भी बंगाल की खाड़ी में प्रवेश कर जाती है जिसके कारण यहां चक्रवात ज्यादा आते हैं !
- इतिहास के 35 सबसे घातक उष्णकटिबंधीय चक्रवात में से 26 बंगाल की खाड़ी में आए हैं !
मूडीज द्वारा भारतीय अर्थव्यवस्था की रेटिंग घटाना
- जिस प्रकार हम और आप किसी व्यक्ति को धन/वित्त देने से पहले यह देखते हैं कि छवि ( साख ) कैसी है, ऋण वापस मिलने की संभावना कैसी है, पैसा किस प्रकार खर्च किया जाएगा आदि उसी प्रकार कुछ अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं देशों की अर्थव्यवस्था, कंपनियों, बैंकों आदि के संदर्भ में करती हैं !
- इस रेटिंग से यह पता चलता है कि पैसा (निवेश) डूबेगा या लाभ मिलेगा, नीतियां कैसी हो सकती हैं, सरकार की वित्तीय स्थिति पर क्या प्रभाव पड़ेगा आदि !
- अंतरराष्ट्रीय रूप में कुछ क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां हैं जो अपनी रेटिंग से निवेशकों को ऋण देने वालों और कंपनियों को सचेत करती हैं !
- फिच, मूडीज और एस. एंड. पी. ऐसी ही कंपनियां हैं ! जिसमें एस. एंड. पी. सबसे पुरानी है ! मूडीज एवं एस. एंड. पी. की रेटिंग सर्वाधिक मान्य है !
- मूडीज अमेरिका की एक क्रेडिट रेटिंग कंपनी है जिसकी स्थापना 1909 में जॉन मूड़ी के द्वारा की गई थी !
- वर्तमान समय में इसके द्वारा 135 देशों की रेटिंग जारी की जाती है !
- अच्छी रेटिंग होने पर अधिक निवेश किया जाता है और वित्त का Inflow ज्यादा होता है वही खराब रेटिंग में निवेश घट जाता है !
- मूडीज की रेटिंग Aaa से लेकर C तक होती है ! जिसमें Aaa सबसे बेहतर स्थित और C सबसे खराब स्थिति को बताता है !
क्रम | कैटेगरी | अर्थ-स्थिति |
1. | Aaa | सबसे अच्छी स्थिति, कर्ज़ आसानी से वापस, निवेश लाभदायक |
2. | Aa-Aa3 | Aa1, Aa2, Aa3- यह दूसरी सबसे अच्छी रेटिंग है, कर्ज न चुका पाने की आशंका बहुत कम होती है ! |
3. | A1-A3 | A1, A2, A3- अपर मीडियम रेटिंग, कर्ज चुकाने की क्षमता अच्छी |
4. | Baa-Baa3 | Baa1, Baa2, Baa3- मामूली रिस्क |
5. | Ba1-Ba3 | B1, B2, B3-ऋण चुकाने की क्षमता में थोड़ा बहुत रिस्क ! |
6. | B1-B3 | B1, B2, B3- लोन/ ऋण खतरे में पड़ सकता है ! |
7. | C एवं उसकी उप कैटेगरी |
- हाल ही में क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग को Baa2 से घटाकर Baa3 कर दिया है और इसी के साथ चालू वित्तीय वर्ष 2020-21 में देश की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) दर में गिरावट का भी अनुमान लगाया है !
- इस तरह भारतीय अर्थव्यवस्था का दृष्टिकोण "नेगेटिव आउटलुक" (Negative Outlook) है !
- इसका अभिप्राय है देश की अर्थव्यवस्था और वित्तीय प्रणाली बुरे दौर से गुजर रही है और आने वाले समय में राजकोषीय स्थिति पर दबाव बढ़ सकता है !
- Baa3 यह बताता है कि यह निवेश के लिए ठीक गंतव्य नहीं है !
- भारत की Baa2 रेटिंग 2017 में बढ़ाई गई थी !
- मूडीज ने ऐसा इसलिए किया है क्योंकि उसके अनुसार भारतीय अर्थव्यवस्था में जोखिम बढ़ा है और आर्थिक विकास की दर नीचे जा रही है !
- मूडीज के अनुसार लॉक डाउन में वर्ष 2020-21 की GDP में 4% गिरावट आ सकती है !
- महामारी के कारण चालू वित्तीय वर्ष में सरकार के ऊपर कर्ज का बोझ GDP के लगभग 74% से बढ़कर 84% हो जाएगा !
- हाल ही में जारी आर्थिक पैकेज में आर्थिक वृद्धि में बहुत बड़ा बदलाव नहीं आएगा !
- वर्ष 2019-20 में जो राजकीय घाटा 3.8% से बढ़कर 4.6% हो गया था वह और बढ़ेगा !
- कुल मिलाकर आर्थिक गतिविधियों के प्रभावित होने, निवेश में निरंतर कमी आने, रोजगार कम होने आदि कारणों से यह हुआ है !